महिला अन्य तीन महिलाओं के साथ जंगल की ओर निकली ही थी कि बाघ ने अचानक उन पर हमला कर दिया। बाघर ने उन पर दो बार हमला किया…
उत्तराखंड में बाघ का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। प्रदेश में बाघ के हमले में लोगों के जान गंवाने वालों की संख्या साल दर साल बढ़ रही है। वहीं, इसी महीने कई लोग बाघ के हमले में जान गवां चुके हैं।
वहीं बीते दिन कोटद्वार के लैंसडोन वन प्रभाग की दुगड्डा रेंज में बाघ ने जंगल में घास लेने के लिए जा रही महिलाओं में से एक पर घात लगाकर हमला कर दिया। साथी महिलाओं के शोर मचाने के कारण बाघ भाग गया। लेकिन हमले में महिला बुरी तरह घायल हो गई।
जानकारी के अनुसार, घटना सुबह करीब साढ़े दस बजे की है। ग्राम पंचायत सकाली के सरूड़ा गांव निवासी पुष्पा देवी (42) पत्नी सुरेंद्र सिंह नेगी गांव की तीन अन्य महिलाओं के साथ जंगल में घास लेने जा रही थी। इस दौरान रेंज कार्यालय और अल्दावा गांव के बीच तलगांव के पास झाड़ी में छिपे बाघ ने उन पर हमला कर दिया.
हमले के दौरान सबसे आगे चल चली कविता देवी नीचे झुक गई। जबकि उसके पीछे चल रही पुष्पा देवी पर बाघ झपट पड़ा। हमले के बाद पुष्पा देवी नीचे जमीन पर गिर गई। हमले में असफल रहने के बाद बाघ ने महिलाओं पर दोबारा हमले का प्रयास किया, लेकिन महिलाओं ने शोर मचा दिया, जिससे पर बाघ वहां से भाग निकला।
बाघ के हमले के बाद महिलाएं घायल पुष्पा देवी को लेकर घर पहुंचीं और परिजनों को आपबीती सुनाई। परिजन पुष्पा देवी को उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दुगड्डा ले गए। जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेस अस्पताल कोटद्वार रेफर कर दिया है।