हल्द्वानी में सलीम के दामन पर पत्नी की हत्या का दाग है। वो पिछले चार साल से जेल की चाहरदिवारी में कैद है, आपको बता दे की सलीम अब जेल में गुजरे दिनों को उसने अपना जीवन संवारने में लगा दिया। अब वो एक बेहतरीन पेंटर बन कर चुका है। अपने हुनर से उसने जेल की दीवारें रंग डाली हैं और सलीम के रंग से जेल भी अब रंग-बिरंगी हो गई है।
आपको बतादे की उपकारागार हल्द्वानी में कैदियों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए जेल प्रशासन द्वारा कई तरह के हुनर योजनाओं के माध्यम से कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने का काम किया जा रहा है. जेल में बंद एक बंदी पेंटिंग में हुनर हासिल कर तरह-तरह की पेंटिंग बना रहे हैं. उधम सिंह नगर के मोहम्मद सलीम जेल के अंदर तरह-तरह की पेंटिंग बना रहे है. उन पर बीवी की हत्या का आरोप है.
जेल में रहते हुए सलीम को पेंटिंग का हुनर मिला और आज वो हर तरह की चित्रकारी में माहिर हैं.सलिम को उम्मीद है कि एक दिन उसके दामन पर लगे बीवी के खून के दाग भी मिट जाएंगे. फिल्हाल हल्द्वानी जेल प्रशासन अब सलीम के हुनर को बाजार देने की तैयारी में है. मोहम्मद सलीम पर उसी की पत्नी की दहेज हत्या का आरोप है और मामला न्यायालय में ट्रायल पर है.
जेल प्रशासन के मुताबिक एक संस्था की ओर से जेल में पेंटिंग कोर्स कराया गया था सलीम ने भी औरों के साथ कोर्स किया. फिर धीरे-धीरे खुद पेंटिंग शुरू की.जेल प्रशासन ने सलीम के हुनर को देखा और उसके लिए हजारों रुपये का साजो सामान मंगाया. जिसके बाद सलीम ने अकेले ही जेल की सारी दीवारें रंग डाली. यही नहीं सलीम वॉल पेटिंग के साथ ही कैनवास और अन्य तरह की पेंटिंग में भी महारत हासिल कर चुके है. जेल के निरीक्षण के दौरान जो भी आता है हर कोई सलीम की पेंटिंग की तारीफ करता है. हुनर धर्म से बंधा नहीं है इसलिए सलीम हिंदू देवी-देवताओं से लेकर अन्य धर्मों के भगवान को अपनी भावनाओं का रंग देता है.
जेल अधीक्षक ने बताया कि सलीम के हुनर को तराशने के लिए जेल प्रशासन हर संभव मदद कर रहा है. उसकी पेंटिंग की पहचान बन गई है. उन्होंने बताया कि आम लोग भी सलीम की पेंटिंग को अपने घरों और दफ्तर की दीवारों पर लगा सकते हैं. अगर लोग पेंटिंग खरीदना चाहते हैं तो जेल प्रशासन से संपर्क कर सकते हैं. सलीम अपनी पेंटिंग के माध्यम से अपनी आर्थिक स्थिति भी मजबूत कर रहा है.