
उत्तराखंड पंचायत चुनाव: कांग्रेस की लहर, आठ जिलों में बनेगा कांग्रेस का जिला पंचायत बोर्ड — धस्माना
उत्तराखंड में हाल ही में संपन्न पंचायत चुनावों के नतीजों ने राजनीतिक समीकरणों को नया मोड़ दे दिया है। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (संगठन) सूर्यकांत धस्माना ने दावा किया है कि इस चुनाव में कांग्रेस ने स्पष्ट बढ़त हासिल की है और गढ़वाल व कुमाऊं दोनों मंडलों में भाजपा को भारी नुकसान हुआ है।
धस्माना ने कहा कि पार्टी को देहरादून समेत आठ जिलों में जिला पंचायत बोर्ड बनाने की स्थिति में सफलता मिली है। उन्होंने इसे भाजपा के पतन की शुरुआत बताते हुए कहा कि अब जनता बदलाव चाहती है।
देहरादून में कांग्रेस की जीत के प्रमुख चेहरे:
अभिषेक सिंह, पुत्र पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह — बर्नाड वात्सिल सीट से विजयी
वीरेंद्र सिंह — मंगरोली
श्याम सिंह — राएगी
प्रवीण रावत — बायला
अमिता वर्मा — लाखामंडल
पिंकी रोहिला — एटनबाग
हेमलता आजाद — केदारवाला
सुखविंदर कौर — माजरी ग्रांट
अन्य विजेताओं में दिवान सिंह तोमर, केशर सिंह, जयप्रकाश पुंडीर आदि शामिल हैं।
अन्य जिलों में भी कांग्रेस का प्रदर्शन उल्लेखनीय:
चमोली जिले में कांग्रेस ने गोपेश्वर, सिमली, देवड़खदौरा, कोठली, मालसी, चौंडा जैसे क्षेत्रों में जीत दर्ज की।
टिहरी, पौड़ी, उत्तरकाशी में भी पार्टी को बढ़त मिली है।
कुमाऊं क्षेत्र में भी कांग्रेस को भारी समर्थन मिला है, जिससे पार्टी को जिला पंचायत स्तर पर मज़बूती मिल रही है।
धस्माना ने दावा किया कि 12 में से कम से कम 8 जिलों में कांग्रेस जिला पंचायत बोर्ड बना सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्र पंचायत व ग्राम पंचायत स्तर पर भी भाजपा को भारी नुकसान हुआ है और कई जगहों पर गैर भाजपाई प्रमुख चुने जा रहे हैं।
विश्लेषण:
उत्तराखंड के इन नतीजों को कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी के लिए एक मजबूत संकेतक मान रही है। पार्टी नेताओं का कहना है कि यह जनादेश भाजपा की नीतियों और कामकाज के प्रति जनता की नाराज़गी को दर्शाता है।