
देहरादून,
उत्तराखंड प्रदेश महिला कांग्रेस ने बुधवार को प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला के नेतृत्व में बलबीर रोड स्थित भाजपा कार्यालय का घेराव कर गोबर और गोमूत्र से “शुद्धिकरण” किया। प्रदर्शन के दौरान घंटों हंगामा और नारेबाजी हुई।

NARI 2025 रिपोर्ट: देहरादून देश के शीर्ष 10 असुरक्षित शहरों में शामिल।
सुरक्षा स्कोर: 60.6% (राष्ट्रीय औसत: 64.6%)
दिन में सुरक्षित महसूस करने वाली महिलाएँ: 70%
रात में सुरक्षित महसूस करने वाली महिलाएँ: 44%
सार्वजनिक परिवहन में उत्पीड़न झेल चुकी महिलाएँ: 50%
पुलिस पर भरोसा रखने वाली महिलाएँ: 25%
NCRB 2022: उत्तराखंड में महिलाओं के खिलाफ 4,337 मामले दर्ज, जिनमें 867 बलात्कार और 637 POCSO मामले शामिल।
2021 की तुलना में 907 मामले अधिक दर्ज हुए।
नेताओं के बयान
ज्योति रौतेला, अध्यक्ष महिला कांग्रेस:
“भाजपा सरकार महिलाओं पर बढ़ते अपराध छिपा रही है। हमारा यह प्रतीकात्मक शुद्धिकरण सरकार को जगाने का प्रयास है।”
पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत:
“भाजपा सरकार महिलाओं के प्रति असंवेदनशील है, उत्पीड़न मामलों में भाजपा नेताओं के नाम सामने आते हैं।”
पूर्व विधायक रंजीत रावत:
“भाजपा अपराधियों को बचा रही है।”
वरिष्ठ उपाध्यक्ष आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा:
“‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ की असलियत उजागर हो चुकी है, महिलाएँ त्रस्त हैं और भाजपाई मस्त।”
सुबह से ही सैकड़ों कार्यकर्ता और कांग्रेस नेता जुटे।
पुलिस ने कड़ी बैरिकेडिंग लगाई लेकिन महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड तोड़कर भाजपा कार्यालय तक पहुंचने की कोशिश की अंत में प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला सहित महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं और कांग्रेसियों को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन लाया गया जिसमें पूर्व विधायक सल्ट रंजीत रावत जी, पूर्व कैबिनेट मंत्री पूर्व विधायक हरक सिंह रावत जी, वरिष्ठ महिला कांग्रेस उपाध्यक्ष नजमा खान जी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष आशा मनोरमा शर्मा, यूथ कांग्रेस उपाध्यक्ष बंटू, रॉबिन त्यागी, चंद्रकला नेगी, पुष्पा पंवार, निधि नेगी, सुशीला शर्मा, इशिता सेडा, डीएवी अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल, पायल बहल, आदि सैकड़ों की तादात में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल थे।



