
देहरादून-मसूरी मार्ग पर अतिवृष्टि के कारण पुल क्षतिग्रस्त होने से मसूरी क्षेत्र का संपर्क पूरी तरह टूट गया है। पिछले चार दिनों से मसूरी की सड़क कनेक्टिविटी बाधित है, जिससे स्थानीय नागरिकों और पर्यटकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सब्ज़ी, दूध, गैस, पेट्रोल जैसी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति ठप है, विद्यालयों में उपस्थिति प्रभावित हुई है, और सैकड़ों पर्यटक जगह-जगह फंसे हुए हैं।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी सविन बंसल ने तत्काल एसडीएम मसूरी एवं लोनिवि के अधिकारियों को मौके पर तैनात कर युद्धस्तर पर पुल निर्माण के निर्देश दिए। डीएम के निर्देशों पर उप जिलाधिकारी एवं अधीक्षण अभियंता दिन-रात निर्माण स्थल पर मौजूद रहकर बैली ब्रिज का निर्माण कार्य तेज़ी से करवा रहे हैं। कोठालगेट के समीप इस वैकल्पिक पुल की प्रगति की जिलाधिकारी स्वयं नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
बुधवार देर शाम जिलाधिकारी सविन बंसल एवं मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह ने निर्माण स्थल पर पहुंचकर कार्य की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि आवागमन शीघ्र सुचारू किया जाए। अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि बुधवार रात तक बैली ब्रिज छोटे वाहनों के लिए चालू कर दिया जाएगा।
हालांकि, गुरुवार सुबह फिर से मार्ग बाधित हो गया, जिससे जनता की परेशानी बनी हुई है। प्रशासन द्वारा पुनः मार्ग को खोलने के प्रयास जारी हैं। जनता को उम्मीद है कि जल्द ही स्थायी समाधान के साथ मसूरी की जीवन रेखा फिर से बहाल होगी।
जनता की आवाज़:
स्थानीय निवासी और व्यापारी प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि न केवल अस्थायी पुल बल्कि स्थायी संरचना पर भी शीघ्र कार्य शुरू किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी आपात स्थितियों से बचा जा सके।
पर्यटकों की स्थिति:
मसूरी में फंसे पर्यटक होटल और धर्मशालाओं में रुके हुए हैं, कईयों के टिकट और योजनाएं प्रभावित हुई हैं। प्रशासन ने उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए विशेष व्यवस्था करने की बात कही है।
नज़र प्रशासन पर:
जिलाधिकारी सविन बंसल की तत्परता और现场 उपस्थिति ने जनता में विश्वास जगाया है। अब सबकी निगाहें इस बात पर हैं कि कब तक मसूरी की सड़कें फिर से सामान्य जीवन की ओर लौटेंगी।



