उत्तरकाशी- भारतीय सेना में लेह लद्दाख सीमा पर तैनात उत्तरकाशी जिले की बड़कोट तहसील के लाल श्रवण चौहान की अचानक तबीयत बिगड़ने से देहांत हो गया। शनिवार को उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचा। जहां पैतृक घाट पर सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई।
लेह लद्दाख में गुरुवार को बलिदान हुए सरनौल गांव निवासी जवान श्रवण सिंह चौहान को उनके पैतृक घाट गंगानी में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी। सैनिक श्रवण सिंह चौहान पुत्र शूरवीर सिंह चौहान वतन की रक्षा करते गुरुवार को लेह लदाख में बलिदान हो गए थे, जिनका पार्थिव शरीर सैन्य सम्मान के साथ शुक्रवार शाम को उनके पैतृक गांव सरनौल पहुंचा।
यहां दिन से ही जवान के घर मे क्षेत्र के लोगों का जुटना शुरू हो गया और सैकड़ों की संख्या में अंतिम दर्शन करने पहुंचे। सेना द्वारा उनके पार्थिव शरीर को पैतृक गांव सारनौल पहुंचाया गया और शनिवार को उनके पैतृक घाट गंगानी में सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई।
सीएम धामी ने जताया शोक
लेह लद्दाख में उत्तराखंड की विधानसभा यमुनोत्री के ग्राम सरनौल निवासी जवान श्रवण चौहान बलिदान हो गए हैं। सीएम धामी ने ट्वीट कर जवान के बलिदान होने पर शोक जताया।
लेह लद्दाख में माँ भारती की सेवा करते हुए विधानसभा यमुनोत्री के ग्राम सरनौल निवासी वीर श्रवण चौहान जी के शहीद होने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ।
ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।…