गुलदार का नाम सुनते ही आजकल लोग सहम जाते हैं। 71 प्रतिशत से अधिक वन क्षेत्र वाले उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में पिछले कुछ समय में गुलदार की दहशत बढ़ गई है। गुलदार घात लगाकर महिलाओं, बच्चों या पालतू पशुओं को अपना शिकार बना रहा है।
वही आपको बता दे की उत्तराखंड में वन्यजीवों के आतंक से लोग काफी परेशान है. पहाड़ी जिलों में आए दिन वन्यजीवों के हमलों के मामले सामने आते रहते है. ताजा मामला टिहरी जिले के कीर्तिनगर विकासखंड का है, जहां गुलदार ने एक ही दिन में पांच महिलाओं पर हमला किया है. गुलदार के हमलों को देखते हुए शिक्षा विभाग ने क्षेत्र के सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए है.
आपको बता दे की टिहरी जिले के कीर्तिनगर विकासखंड इलाके में गुलदार का आतंक कम नहीं हो रहा है. गुरुवार को भी गुलदार ने नैथाणा गांव की तीन महिलाओं पर हमला किया. गुलदार के हमले से तीनों महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गई, जिन्हें ग्रामीणों ने पास के हॉस्पिटल में भर्ती कराया है. इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है.
बताया जा रहा है कि मेघना चौहान , सुमित्रा चौहान और सम्पदा देवी दोपहर करीब 12.30 बजे नैथाणा के पास मल्या नैथाणा में घास लेने गई थी, तभी वहां घात लगाए बैठे गुलदार ने मेघना चौहान और सुमित्रा चौहान पर हमला कर दिया. हालांकि वहीं पर मौजूद सुमित्रा ने हिम्मत दिखाते हुए गुलदार पर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए, जिस कारण गुलदार वहां से भाग गया, लेकिन जाते हुए गुलदार ने सम्पदा देवी और बंसत देवी पर भी हमला कर दिया, लेकिन जब सम्पदा देवी ने शोर मचाया तो गुलदार वहां से भी भाग गया. इसके अलावा गुलदार ने एक और अन्य महिला पर भी हमला किया है.
जैसे ही ये खबर गांव में पहुंची तो ग्रामीण मौके पर पहुंचे और चारों महिलाओं को अस्पताल लेकर गए. ग्राम प्रधान रानीहाट संजय रावत ने बताया कि मल्ला नैथाणा में घास लेने गयी चार महिलाओं पर गुलदार ने हमला किया है. उन्होंने वन विभाग से गुलदार को पकड़ने के लिए इलाके में पिंजरा लगाने की मांग की है.
कीर्तिनगर वन प्रभाग के वन क्षेत्राधिकारी बुद्धि प्रकाश ने बताया कि पूर्व में गुलदार की चहलकदमी को देखते हुए वन विभाग की टीम पहले से ही जंगल में सर्च आपरेशन चला रही थी. घटना स्थल से कुछ ही दूर पर वन विभाग के कर्मचारी गश्त कर रहे थे. पिंजरा लगाने के लिए उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा गया है.वहीं बेस हॉस्पिटल के एमएस डॉक्टर अजय विक्रम सिंह ने बताया कि फिलहाल तीनों महिलाओं की हालत ठीक है. तीनों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है.